IBPS RRB Clerk Mains Hindi Cloze test Based On Latest Pattern 27 June
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Question 1 of 10
1. Question
1 point(s)Category: General HindiDirection :- रिक्त स्थान भरो
एक मैंटिस टिड्डा खेत की ..(1)..पर बैठकर शाम ढलते देख रहा था. पास से एक गाय गुज़री। टिड्डे ने उसे देखकर कहा, “अरे! तुम तो बहुत ही बड़ी हो!”गाय ने चिढ़कर कहा, “तुम मुझे मोटा कह रहे हो!?”“नहीं, नहीं!”, टिड्डे ने कहा, लेकिन गाय मुंह.. (2)..चली गयी।कुछ देर बाड़ एक पीले पेट वाला कठफोड़वा बाड़ पर आकर बैठ गया। उसे देखकर टिड्डे ने कहा, “भाई, तुम्हारा पेट तो बहुत ..(3)..है!”“तुम यह कह रहे हो कि मैं बीमार हूँ!?”, पीले पेट वाले कठफोड़वे ने कहा, “क्या मैं डरपोक हूँ!? मैं यहाँ किसी दूसरे प्राणी जितना ही ..(4)..हूँ! मैं कोई चूजा नहीं हूँ!”, नाराज़गी से यह कहकर कठफोड़वा ..(5)..गया।टिड्डे ने अपने विचार ..(6)..और डूबते सूरज को देखने लगा। सामने से एक बुलडॉग जा रहा था। इस बार टिड्डे ने सावधानी से शब्दों का ..(7)..किया और कहा, “नमस्ते. आपकी नाक तो बहुत सुन्दर है!”“तुम्हें मेरी नाक ..(8)..लग रही है!?”, बुलडॉग ने गुर्राते हुए कहा, “क्या यह तुम्हें सूअर के ..(9)..जैसी दिख रही है? तुम मुझे अच्छे से जानते नहीं हो, नहीं तो मेरे बारे में ऐसा नहीं कहते”, यह कहकर बुलडॉग अकड़ता हुआ चला गया।टिड्डा सूरज को ताकता रहा। हाल ही में घटी घटनाएं उसके मन में ..(10)..मचा रही थीं। उसने अपने हाथ जोड़े और प्रार्थना की। वह देर तक बाड़ पर शांति से बैठा रहा। उस दिन से ही मैंटिस टिड्डे शांति से कहीं भी बैठकर प्रार्थना करते दिखते हैं और हम उन्हें प्रेयर मैंटिस कहते हैं।
Q 1.
CorrectIncorrect -
Question 2 of 10
2. Question
1 point(s)Category: General HindiDirection :- रिक्त स्थान भरो
एक मैंटिस टिड्डा खेत की ..(1)..पर बैठकर शाम ढलते देख रहा था. पास से एक गाय गुज़री। टिड्डे ने उसे देखकर कहा, “अरे! तुम तो बहुत ही बड़ी हो!”गाय ने चिढ़कर कहा, “तुम मुझे मोटा कह रहे हो!?”“नहीं, नहीं!”, टिड्डे ने कहा, लेकिन गाय मुंह.. (2)..चली गयी।कुछ देर बाड़ एक पीले पेट वाला कठफोड़वा बाड़ पर आकर बैठ गया। उसे देखकर टिड्डे ने कहा, “भाई, तुम्हारा पेट तो बहुत ..(3)..है!”“तुम यह कह रहे हो कि मैं बीमार हूँ!?”, पीले पेट वाले कठफोड़वे ने कहा, “क्या मैं डरपोक हूँ!? मैं यहाँ किसी दूसरे प्राणी जितना ही ..(4)..हूँ! मैं कोई चूजा नहीं हूँ!”, नाराज़गी से यह कहकर कठफोड़वा ..(5)..गया।टिड्डे ने अपने विचार ..(6)..और डूबते सूरज को देखने लगा। सामने से एक बुलडॉग जा रहा था। इस बार टिड्डे ने सावधानी से शब्दों का ..(7)..किया और कहा, “नमस्ते. आपकी नाक तो बहुत सुन्दर है!”“तुम्हें मेरी नाक ..(8)..लग रही है!?”, बुलडॉग ने गुर्राते हुए कहा, “क्या यह तुम्हें सूअर के ..(9)..जैसी दिख रही है? तुम मुझे अच्छे से जानते नहीं हो, नहीं तो मेरे बारे में ऐसा नहीं कहते”, यह कहकर बुलडॉग अकड़ता हुआ चला गया।टिड्डा सूरज को ताकता रहा। हाल ही में घटी घटनाएं उसके मन में ..(10)..मचा रही थीं। उसने अपने हाथ जोड़े और प्रार्थना की। वह देर तक बाड़ पर शांति से बैठा रहा। उस दिन से ही मैंटिस टिड्डे शांति से कहीं भी बैठकर प्रार्थना करते दिखते हैं और हम उन्हें प्रेयर मैंटिस कहते हैं।
Q 2
CorrectIncorrect -
Question 3 of 10
3. Question
1 point(s)Category: General HindiDirection :- रिक्त स्थान भरो
एक मैंटिस टिड्डा खेत की ..(1)..पर बैठकर शाम ढलते देख रहा था. पास से एक गाय गुज़री। टिड्डे ने उसे देखकर कहा, “अरे! तुम तो बहुत ही बड़ी हो!”गाय ने चिढ़कर कहा, “तुम मुझे मोटा कह रहे हो!?”“नहीं, नहीं!”, टिड्डे ने कहा, लेकिन गाय मुंह.. (2)..चली गयी।कुछ देर बाड़ एक पीले पेट वाला कठफोड़वा बाड़ पर आकर बैठ गया। उसे देखकर टिड्डे ने कहा, “भाई, तुम्हारा पेट तो बहुत ..(3)..है!”“तुम यह कह रहे हो कि मैं बीमार हूँ!?”, पीले पेट वाले कठफोड़वे ने कहा, “क्या मैं डरपोक हूँ!? मैं यहाँ किसी दूसरे प्राणी जितना ही ..(4)..हूँ! मैं कोई चूजा नहीं हूँ!”, नाराज़गी से यह कहकर कठफोड़वा ..(5)..गया।टिड्डे ने अपने विचार ..(6)..और डूबते सूरज को देखने लगा। सामने से एक बुलडॉग जा रहा था। इस बार टिड्डे ने सावधानी से शब्दों का ..(7)..किया और कहा, “नमस्ते. आपकी नाक तो बहुत सुन्दर है!”“तुम्हें मेरी नाक ..(8)..लग रही है!?”, बुलडॉग ने गुर्राते हुए कहा, “क्या यह तुम्हें सूअर के ..(9)..जैसी दिख रही है? तुम मुझे अच्छे से जानते नहीं हो, नहीं तो मेरे बारे में ऐसा नहीं कहते”, यह कहकर बुलडॉग अकड़ता हुआ चला गया।टिड्डा सूरज को ताकता रहा। हाल ही में घटी घटनाएं उसके मन में ..(10)..मचा रही थीं। उसने अपने हाथ जोड़े और प्रार्थना की। वह देर तक बाड़ पर शांति से बैठा रहा। उस दिन से ही मैंटिस टिड्डे शांति से कहीं भी बैठकर प्रार्थना करते दिखते हैं और हम उन्हें प्रेयर मैंटिस कहते हैं।
Q 3
CorrectIncorrect -
Question 4 of 10
4. Question
1 point(s)Category: General HindiDirection :- रिक्त स्थान भरो
एक मैंटिस टिड्डा खेत की ..(1)..पर बैठकर शाम ढलते देख रहा था. पास से एक गाय गुज़री। टिड्डे ने उसे देखकर कहा, “अरे! तुम तो बहुत ही बड़ी हो!”गाय ने चिढ़कर कहा, “तुम मुझे मोटा कह रहे हो!?”“नहीं, नहीं!”, टिड्डे ने कहा, लेकिन गाय मुंह.. (2)..चली गयी।कुछ देर बाड़ एक पीले पेट वाला कठफोड़वा बाड़ पर आकर बैठ गया। उसे देखकर टिड्डे ने कहा, “भाई, तुम्हारा पेट तो बहुत ..(3)..है!”“तुम यह कह रहे हो कि मैं बीमार हूँ!?”, पीले पेट वाले कठफोड़वे ने कहा, “क्या मैं डरपोक हूँ!? मैं यहाँ किसी दूसरे प्राणी जितना ही ..(4)..हूँ! मैं कोई चूजा नहीं हूँ!”, नाराज़गी से यह कहकर कठफोड़वा ..(5)..गया।टिड्डे ने अपने विचार ..(6)..और डूबते सूरज को देखने लगा। सामने से एक बुलडॉग जा रहा था। इस बार टिड्डे ने सावधानी से शब्दों का ..(7)..किया और कहा, “नमस्ते. आपकी नाक तो बहुत सुन्दर है!”“तुम्हें मेरी नाक ..(8)..लग रही है!?”, बुलडॉग ने गुर्राते हुए कहा, “क्या यह तुम्हें सूअर के ..(9)..जैसी दिख रही है? तुम मुझे अच्छे से जानते नहीं हो, नहीं तो मेरे बारे में ऐसा नहीं कहते”, यह कहकर बुलडॉग अकड़ता हुआ चला गया।टिड्डा सूरज को ताकता रहा। हाल ही में घटी घटनाएं उसके मन में ..(10)..मचा रही थीं। उसने अपने हाथ जोड़े और प्रार्थना की। वह देर तक बाड़ पर शांति से बैठा रहा। उस दिन से ही मैंटिस टिड्डे शांति से कहीं भी बैठकर प्रार्थना करते दिखते हैं और हम उन्हें प्रेयर मैंटिस कहते हैं।
Q 4
CorrectIncorrect -
Question 5 of 10
5. Question
1 point(s)Category: General HindiDirection :- रिक्त स्थान भरो
एक मैंटिस टिड्डा खेत की ..(1)..पर बैठकर शाम ढलते देख रहा था. पास से एक गाय गुज़री। टिड्डे ने उसे देखकर कहा, “अरे! तुम तो बहुत ही बड़ी हो!”गाय ने चिढ़कर कहा, “तुम मुझे मोटा कह रहे हो!?”“नहीं, नहीं!”, टिड्डे ने कहा, लेकिन गाय मुंह.. (2)..चली गयी।कुछ देर बाड़ एक पीले पेट वाला कठफोड़वा बाड़ पर आकर बैठ गया। उसे देखकर टिड्डे ने कहा, “भाई, तुम्हारा पेट तो बहुत ..(3)..है!”“तुम यह कह रहे हो कि मैं बीमार हूँ!?”, पीले पेट वाले कठफोड़वे ने कहा, “क्या मैं डरपोक हूँ!? मैं यहाँ किसी दूसरे प्राणी जितना ही ..(4)..हूँ! मैं कोई चूजा नहीं हूँ!”, नाराज़गी से यह कहकर कठफोड़वा ..(5)..गया।टिड्डे ने अपने विचार ..(6)..और डूबते सूरज को देखने लगा। सामने से एक बुलडॉग जा रहा था। इस बार टिड्डे ने सावधानी से शब्दों का ..(7)..किया और कहा, “नमस्ते. आपकी नाक तो बहुत सुन्दर है!”“तुम्हें मेरी नाक ..(8)..लग रही है!?”, बुलडॉग ने गुर्राते हुए कहा, “क्या यह तुम्हें सूअर के ..(9)..जैसी दिख रही है? तुम मुझे अच्छे से जानते नहीं हो, नहीं तो मेरे बारे में ऐसा नहीं कहते”, यह कहकर बुलडॉग अकड़ता हुआ चला गया।टिड्डा सूरज को ताकता रहा। हाल ही में घटी घटनाएं उसके मन में ..(10)..मचा रही थीं। उसने अपने हाथ जोड़े और प्रार्थना की। वह देर तक बाड़ पर शांति से बैठा रहा। उस दिन से ही मैंटिस टिड्डे शांति से कहीं भी बैठकर प्रार्थना करते दिखते हैं और हम उन्हें प्रेयर मैंटिस कहते हैं।
Q 5
CorrectIncorrect -
Question 6 of 10
6. Question
1 point(s)Category: General HindiDirection :- रिक्त स्थान भरो
एक मैंटिस टिड्डा खेत की ..(1)..पर बैठकर शाम ढलते देख रहा था. पास से एक गाय गुज़री। टिड्डे ने उसे देखकर कहा, “अरे! तुम तो बहुत ही बड़ी हो!”गाय ने चिढ़कर कहा, “तुम मुझे मोटा कह रहे हो!?”“नहीं, नहीं!”, टिड्डे ने कहा, लेकिन गाय मुंह.. (2)..चली गयी।कुछ देर बाड़ एक पीले पेट वाला कठफोड़वा बाड़ पर आकर बैठ गया। उसे देखकर टिड्डे ने कहा, “भाई, तुम्हारा पेट तो बहुत ..(3)..है!”“तुम यह कह रहे हो कि मैं बीमार हूँ!?”, पीले पेट वाले कठफोड़वे ने कहा, “क्या मैं डरपोक हूँ!? मैं यहाँ किसी दूसरे प्राणी जितना ही ..(4)..हूँ! मैं कोई चूजा नहीं हूँ!”, नाराज़गी से यह कहकर कठफोड़वा ..(5)..गया।टिड्डे ने अपने विचार ..(6)..और डूबते सूरज को देखने लगा। सामने से एक बुलडॉग जा रहा था। इस बार टिड्डे ने सावधानी से शब्दों का ..(7)..किया और कहा, “नमस्ते. आपकी नाक तो बहुत सुन्दर है!”“तुम्हें मेरी नाक ..(8)..लग रही है!?”, बुलडॉग ने गुर्राते हुए कहा, “क्या यह तुम्हें सूअर के ..(9)..जैसी दिख रही है? तुम मुझे अच्छे से जानते नहीं हो, नहीं तो मेरे बारे में ऐसा नहीं कहते”, यह कहकर बुलडॉग अकड़ता हुआ चला गया।टिड्डा सूरज को ताकता रहा। हाल ही में घटी घटनाएं उसके मन में ..(10)..मचा रही थीं। उसने अपने हाथ जोड़े और प्रार्थना की। वह देर तक बाड़ पर शांति से बैठा रहा। उस दिन से ही मैंटिस टिड्डे शांति से कहीं भी बैठकर प्रार्थना करते दिखते हैं और हम उन्हें प्रेयर मैंटिस कहते हैं।
Q 6
CorrectIncorrect -
Question 7 of 10
7. Question
1 point(s)Category: General HindiDirection :- रिक्त स्थान भरो
एक मैंटिस टिड्डा खेत की ..(1)..पर बैठकर शाम ढलते देख रहा था. पास से एक गाय गुज़री। टिड्डे ने उसे देखकर कहा, “अरे! तुम तो बहुत ही बड़ी हो!”गाय ने चिढ़कर कहा, “तुम मुझे मोटा कह रहे हो!?”“नहीं, नहीं!”, टिड्डे ने कहा, लेकिन गाय मुंह.. (2)..चली गयी।कुछ देर बाड़ एक पीले पेट वाला कठफोड़वा बाड़ पर आकर बैठ गया। उसे देखकर टिड्डे ने कहा, “भाई, तुम्हारा पेट तो बहुत ..(3)..है!”“तुम यह कह रहे हो कि मैं बीमार हूँ!?”, पीले पेट वाले कठफोड़वे ने कहा, “क्या मैं डरपोक हूँ!? मैं यहाँ किसी दूसरे प्राणी जितना ही ..(4)..हूँ! मैं कोई चूजा नहीं हूँ!”, नाराज़गी से यह कहकर कठफोड़वा ..(5)..गया।टिड्डे ने अपने विचार ..(6)..और डूबते सूरज को देखने लगा। सामने से एक बुलडॉग जा रहा था। इस बार टिड्डे ने सावधानी से शब्दों का ..(7)..किया और कहा, “नमस्ते. आपकी नाक तो बहुत सुन्दर है!”“तुम्हें मेरी नाक ..(8)..लग रही है!?”, बुलडॉग ने गुर्राते हुए कहा, “क्या यह तुम्हें सूअर के ..(9)..जैसी दिख रही है? तुम मुझे अच्छे से जानते नहीं हो, नहीं तो मेरे बारे में ऐसा नहीं कहते”, यह कहकर बुलडॉग अकड़ता हुआ चला गया।टिड्डा सूरज को ताकता रहा। हाल ही में घटी घटनाएं उसके मन में ..(10)..मचा रही थीं। उसने अपने हाथ जोड़े और प्रार्थना की। वह देर तक बाड़ पर शांति से बैठा रहा। उस दिन से ही मैंटिस टिड्डे शांति से कहीं भी बैठकर प्रार्थना करते दिखते हैं और हम उन्हें प्रेयर मैंटिस कहते हैं।
Q 7
CorrectIncorrect -
Question 8 of 10
8. Question
1 point(s)Category: General HindiDirection :- रिक्त स्थान भरो
एक मैंटिस टिड्डा खेत की ..(1)..पर बैठकर शाम ढलते देख रहा था. पास से एक गाय गुज़री। टिड्डे ने उसे देखकर कहा, “अरे! तुम तो बहुत ही बड़ी हो!”गाय ने चिढ़कर कहा, “तुम मुझे मोटा कह रहे हो!?”“नहीं, नहीं!”, टिड्डे ने कहा, लेकिन गाय मुंह.. (2)..चली गयी।कुछ देर बाड़ एक पीले पेट वाला कठफोड़वा बाड़ पर आकर बैठ गया। उसे देखकर टिड्डे ने कहा, “भाई, तुम्हारा पेट तो बहुत ..(3)..है!”“तुम यह कह रहे हो कि मैं बीमार हूँ!?”, पीले पेट वाले कठफोड़वे ने कहा, “क्या मैं डरपोक हूँ!? मैं यहाँ किसी दूसरे प्राणी जितना ही ..(4)..हूँ! मैं कोई चूजा नहीं हूँ!”, नाराज़गी से यह कहकर कठफोड़वा ..(5)..गया।टिड्डे ने अपने विचार ..(6)..और डूबते सूरज को देखने लगा। सामने से एक बुलडॉग जा रहा था। इस बार टिड्डे ने सावधानी से शब्दों का ..(7)..किया और कहा, “नमस्ते. आपकी नाक तो बहुत सुन्दर है!”“तुम्हें मेरी नाक ..(8)..लग रही है!?”, बुलडॉग ने गुर्राते हुए कहा, “क्या यह तुम्हें सूअर के ..(9)..जैसी दिख रही है? तुम मुझे अच्छे से जानते नहीं हो, नहीं तो मेरे बारे में ऐसा नहीं कहते”, यह कहकर बुलडॉग अकड़ता हुआ चला गया।टिड्डा सूरज को ताकता रहा। हाल ही में घटी घटनाएं उसके मन में ..(10)..मचा रही थीं। उसने अपने हाथ जोड़े और प्रार्थना की। वह देर तक बाड़ पर शांति से बैठा रहा। उस दिन से ही मैंटिस टिड्डे शांति से कहीं भी बैठकर प्रार्थना करते दिखते हैं और हम उन्हें प्रेयर मैंटिस कहते हैं।
Q 8
CorrectIncorrect -
Question 9 of 10
9. Question
1 point(s)Category: General HindiDirection :- रिक्त स्थान भरो
एक मैंटिस टिड्डा खेत की ..(1)..पर बैठकर शाम ढलते देख रहा था. पास से एक गाय गुज़री। टिड्डे ने उसे देखकर कहा, “अरे! तुम तो बहुत ही बड़ी हो!”गाय ने चिढ़कर कहा, “तुम मुझे मोटा कह रहे हो!?”“नहीं, नहीं!”, टिड्डे ने कहा, लेकिन गाय मुंह.. (2)..चली गयी।कुछ देर बाड़ एक पीले पेट वाला कठफोड़वा बाड़ पर आकर बैठ गया। उसे देखकर टिड्डे ने कहा, “भाई, तुम्हारा पेट तो बहुत ..(3)..है!”“तुम यह कह रहे हो कि मैं बीमार हूँ!?”, पीले पेट वाले कठफोड़वे ने कहा, “क्या मैं डरपोक हूँ!? मैं यहाँ किसी दूसरे प्राणी जितना ही ..(4)..हूँ! मैं कोई चूजा नहीं हूँ!”, नाराज़गी से यह कहकर कठफोड़वा ..(5)..गया।टिड्डे ने अपने विचार ..(6)..और डूबते सूरज को देखने लगा। सामने से एक बुलडॉग जा रहा था। इस बार टिड्डे ने सावधानी से शब्दों का ..(7)..किया और कहा, “नमस्ते. आपकी नाक तो बहुत सुन्दर है!”“तुम्हें मेरी नाक ..(8)..लग रही है!?”, बुलडॉग ने गुर्राते हुए कहा, “क्या यह तुम्हें सूअर के ..(9)..जैसी दिख रही है? तुम मुझे अच्छे से जानते नहीं हो, नहीं तो मेरे बारे में ऐसा नहीं कहते”, यह कहकर बुलडॉग अकड़ता हुआ चला गया।टिड्डा सूरज को ताकता रहा। हाल ही में घटी घटनाएं उसके मन में ..(10)..मचा रही थीं। उसने अपने हाथ जोड़े और प्रार्थना की। वह देर तक बाड़ पर शांति से बैठा रहा। उस दिन से ही मैंटिस टिड्डे शांति से कहीं भी बैठकर प्रार्थना करते दिखते हैं और हम उन्हें प्रेयर मैंटिस कहते हैं।
Q 9
CorrectIncorrect -
Question 10 of 10
10. Question
1 point(s)Category: General HindiDirection :- रिक्त स्थान भरो
एक मैंटिस टिड्डा खेत की ..(1)..पर बैठकर शाम ढलते देख रहा था. पास से एक गाय गुज़री। टिड्डे ने उसे देखकर कहा, “अरे! तुम तो बहुत ही बड़ी हो!”गाय ने चिढ़कर कहा, “तुम मुझे मोटा कह रहे हो!?”“नहीं, नहीं!”, टिड्डे ने कहा, लेकिन गाय मुंह.. (2)..चली गयी।कुछ देर बाड़ एक पीले पेट वाला कठफोड़वा बाड़ पर आकर बैठ गया। उसे देखकर टिड्डे ने कहा, “भाई, तुम्हारा पेट तो बहुत ..(3)..है!”“तुम यह कह रहे हो कि मैं बीमार हूँ!?”, पीले पेट वाले कठफोड़वे ने कहा, “क्या मैं डरपोक हूँ!? मैं यहाँ किसी दूसरे प्राणी जितना ही ..(4)..हूँ! मैं कोई चूजा नहीं हूँ!”, नाराज़गी से यह कहकर कठफोड़वा ..(5)..गया।टिड्डे ने अपने विचार ..(6)..और डूबते सूरज को देखने लगा। सामने से एक बुलडॉग जा रहा था। इस बार टिड्डे ने सावधानी से शब्दों का ..(7)..किया और कहा, “नमस्ते. आपकी नाक तो बहुत सुन्दर है!”“तुम्हें मेरी नाक ..(8)..लग रही है!?”, बुलडॉग ने गुर्राते हुए कहा, “क्या यह तुम्हें सूअर के ..(9)..जैसी दिख रही है? तुम मुझे अच्छे से जानते नहीं हो, नहीं तो मेरे बारे में ऐसा नहीं कहते”, यह कहकर बुलडॉग अकड़ता हुआ चला गया।टिड्डा सूरज को ताकता रहा। हाल ही में घटी घटनाएं उसके मन में ..(10)..मचा रही थीं। उसने अपने हाथ जोड़े और प्रार्थना की। वह देर तक बाड़ पर शांति से बैठा रहा। उस दिन से ही मैंटिस टिड्डे शांति से कहीं भी बैठकर प्रार्थना करते दिखते हैं और हम उन्हें प्रेयर मैंटिस कहते हैं।
Q 10
CorrectIncorrect
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